Order your Free FASTag Today!

साउंड के लिए वीडियो पर क्लिक करके अनम्यूट करें
मीडिया में आ रही ख़बरों के मुताबिक़, लगभग 18 ट्रक चालक और हेल्पर एनएच – 306 पर फंस गए हैं, जिसे पहले एनएच – 54 कहा जाता था।
शुक्रवार को, मिजोरम सरकार ने गैर-जरूरी सामान ले जाने वाले ट्रकों को राज्य में प्रवेश करने पर रोक लगाने का फैसला किया है। मिजोरम में 19 व्यक्तियों के COVID पॉजिटिव पाए जाने के बाद ऐसा हुआ, जिनमें से 18 ट्रक ड्राइवर और हेल्पर्स थे। इस बावत आवश्यक वस्तुओं को ले जाने वाले वाणिज्यिक वाहनों को प्रवेश करने पर रोक नहीं लगाया जाएगा।
इसी मुद्दे को लेकर मिजोरम के मुख्यमंत्री ज़ोरमथांगा ने कैबिनेट की बैठक की। आधिकारिक बयान के मुताबिक, मिजोरम-असम सीमा और कान्हमुन राज्य सीमा पर वैरेंगटे में दो प्रवेश बिंदुओं पर गैर-जरूरी सामानों की खेप ले जाने वाले वाहनों के प्रवेश पर अस्थायी रूप से रोक लगाने का फैसला किया गया है।
इसके अलावा, कोलासिब जिले के ह्मनगक्थविलेर और सेठवन के बीच NH 306 पर फंसे उन तमाम ट्रक ड्राइवरों और सहायकों के प्रति भी कैबिनेट ने चिंता जाहिर की है।
यह भी पढ़ें – बेंगलुरु में ट्रक चालकों ने डीजल की कीमतों को कम करने की उठाई मांग
इतना ही नहीं, जरुरी सामान ले जाने वाले ट्रकों के कर्मचारियों को भी मिजोरम में प्रवेश करने से पहले जांच प्रक्रिया से गुजरना होगा। इसके अलावा, ट्रकों को रास्ते में रुकने की अनुमति नहीं दी जाएगी, जब तक कि वे अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच जाते हैं या फिर सामान उतारने के बाद अपने राज्यों में वापस नहीं आते हैं।
सरकार ने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि, ट्रांसपोर्टर को यह सुनिश्चित करना होगा कि वो सुरक्षा प्रोटोकॉल और मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) का पालन कर रहे हैं, और सामान उतारते समय एक-दूसरों के साथ फिजिकल संपर्क नहीं बनाते हैं।
इस बीच, कोलासीब जिले के डिप्टी कमिश्नर का दावा है कि उन्होंने गुरुवार से ट्रक ड्राइवरों और सहायकों के 320 से अधिक नमूनों का परीक्षण किया है। उन्होंने कहा कि ह्मनगक्थ्लिर और सेथावन के बीच के क्षेत्र को कंटेनमेंट ज़ोन में बदल दिया गया है।
लॉजिस्टिक संबंधित अधिक जानकारी और अपडेट के लिए हमारे ‘सहायता पोर्टल’ पर जाएं।